पंजाब को जल्द मिल सकते है नए पुलिस प्रमुख
चंडीगढ़(प्रजातंत्र शक्ति,जतिंदर टंडन) पंजाब के डीजीपी वीके भावरा अपना पद छोड़कर केंद्र में पदस्थ हो सकते हैं। भावरा ने इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय व राज्य सरकार को पत्र लिखा है। राज्य में बिगड़ी कानून व्यवस्था और सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद राज्य सरकार भी भावरा से नाराज चल रही थी।पंजाब में सत्ता परिवर्तन के बाद कानून और व्यवस्था बिगड़ चुकी थी जिसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने मान सरकार को घेर रखा है। मूसेवाला की हत्या का असर संगरूर लोकसभा उपचुनाव नतीजे पर भी देखने को मिला है। पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार में दिनकर गुप्ता डीजीपी थे, लेकिन उनके पद छोड़ने के बाद गुप्ता को पद से हटा दिया गया थाकैप्टन के बाद जब सत्ता में चरणजीत सिंह चन्नी आए तो उन्होंने इकबाल प्रीत सिंह सहोता को डीजीपी बनाया गया। इकबाल प्रीत सहोता के खिलाफ पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने मोर्चा खोल दिया। फिर अंतिम समय में सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय को डीजीपी की कमान सौंपी गई। इसके बाद चन्नी सरकार की ओर से यूपीएससी को पैनल भेजा गया।पैनल से नाम आने के बाद इसी साल जनवरी में भावरा को डीजीपी लगाया गया। नियमों के मुताबिक सरकार भावरा को दो साल तक पद से नहीं हटा सकती, लेकिन अब भावरा ने अब खुद केंद्र में जाने की इच्छा जताई है। उधर, नए डीजीपी को लेकर दौड़ शुरू हो गई है। इसमें आइपीएस हरप्रीत सिंह सिद्धू और गौरव यादव का नाम सबसे ऊपर चल रहा है।लेकिन अगर विश्वसनीय सूत्रों के माने तो पंजाब के नए डी जी पी के तौर पर गौरव यादव का नाम ल्घ्भ्ग तय ही माना जा रहा है। गौरव यादव के पिछले कार्यकाल एवं कार्य करने के ढंग से मान सरकार प्रभावित है और उम्मीद की जा रही है की गौरव यादव ही पंजाब के नए डी जीनियुक्त होंगे ।
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